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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

7051.

प्रकृति निधि खोले क्या दिखा रही है?

Answer»

प्रकृति निधि खोले प्रकृति की निज माया दिखा रही है।

7052.

सीता जी अपने भाग्य के बारे में क्या कहती हैं? 

Answer»

सीता जी वनवास में जीवन यापन करते हुए कहती हैं कि कौन कहता है मेरा भाग्य रूठ गया है। बल्कि मेरा तो भाग्य यहाँ आकर खुल गया है। अब मैं असली जीवन का आनंद ले रही हूँ। यहाँ तो जानकी वधू बनकर आयी है। यहाँ धन और राजवैभव का कोई मूल्य नहीं है।

7053.

सीता जी के लिए क्या क्रीडा सामग्री बन गई है?

Answer»

सीता जी के लिए स्वयं की छाया क्रीडा सामग्री बन गई है।

7054.

कुटिया में रहते हुए सीताजी राजसुख के बारे में क्या सोचती हैं?

Answer»

सीताजी कहती है कि मेरा मन इस कुटिया में राजभवन की तरह लग गया है। मैं यहाँ दूसरों की सेवा चाकरी के बल पर नहीं पलती हूँ। यहाँ श्रम करने से स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। वन में ही मैं गृहस्थ जीवन जी रही हूँ। मेरा यह जीवन ही सबसे बड़ा राजसुख है। यही सच्चा राजसुख है।

7055.

सीता जी कुटिया में कैसे सुखी हैं? 

Answer»

‘सीता जी को कुटिया ही राजभवन की तरह लग रही है। क्योंकि उनके प्राणेश उनके साथ हैं, देवर लक्ष्मण भी सचिव की तरह प्रहरी बने हुए. है। इसके अलावा प्राकृतिक सौन्दर्य ने उनको मोह लिया है। सीताजी स्वावलम्बी बनी हुई हैं.। प्रकृति के कण-कण को सीता जी ने राजभवन के सुख-वैभव के रूप में अपना लिया है।

7056.

कान की अर्द्धचन्द्राकार नलिकाओं का क्या कार्य है?(a) ज्ञान प्राप्त करना(b) शरीर का सन्तुलन बनाना(c) सँघना(d) इनमें से कोई नहीं

Answer»

(b) शरीर का सन्तुलन बनाना।
 

7057.

डायबिटीज किसकी कमी के कारण होता है? (a) ग्लूकैगन(b) थायरॉक्सिन(c) इन्सुलिन(d) ये सभी

Answer»

(c) इन्सुलिन

7058.

नलिकाविहीन ग्रन्थि कौन-सी है? (a) पीयूष ग्रन्थि(b) लार ग्रन्थि(c) अमाशय(d) हृदय

Answer»

(a) पीयूष ग्रन्थि

7059.

निम्नलिखित में से कौन परिधीय तन्त्रिका तन्त्र की तन्त्रिकाएँ हैं?(a) कपालीय तन्त्रिकाएँ(b) रीढ़ तन्त्रिकाएँ(c) ‘a’ और ‘b’ दोनों(d) स्वायत्त तन्त्रिकाएँ

Answer»

(c) ‘a’ और ‘b’ दोनों

7060.

किस लेंस को दूर दृष्टि दोष में प्रयोग करते हैं? (a) उत्तर लेंस(b) अवतल लेंस(c) ‘d’ और ‘b’ दोनों(d) इनमें से कोई नहीं

Answer»

(a) उत्तल लेंस

7061.

आँख के किस भाग पर वस्तु का स्पष्ट प्रतिबिम्ब बनता है?(a) लेन्स पर(b) पीत बिन्दु पर(c) अन्ध बिन्दु पर(d) ये सभी

Answer»

(b) पीत बिन्दु पर

7062.

दूर की वस्तु को न देख पाना रोग है (a) निकट दृष्टि दोष(b) दूर दृष्टि दोष(c) मोतियाबिन्द(d) इनमें से कोई नहीं

Answer»

(a) निकट दृष्टि दोष

7063.

कान के अन्दर अस्थि होती  (a) मुगदर (Malleus) (b) पैरिलिम्फ (c) एम्पुला (d) इनमें से कोई नहीं

Answer»

सही विकल्प है (d) मुगदर

7064.

लैंगरहैन्स की द्वीपिकाएँ कौन-से हॉर्मोन्स स्रावित करती हैं?

Answer»

लैंगरहैन्स की द्वीपिकाएँ ग्लूकैगन एवं इन्सुलिन नामक हॉर्मोन्स स्रावित करती हैं। इन्सुलिन रक्त में शर्करा की मात्रा को नियन्त्रित करने का कार्य करता है। इन्सुलिन के अल्पस्रावण से मधुमेह (Diabetes) नामक रोग हो जाता है।

7065.

निम्नलिखित में से किसका सम्बन्ध इन्सुलिन निर्माण से है?  (a) पीयूष ग्रन्थि(b) अधिवृक्क ग्रन्थि(c) अग्न्याशय(d) लार ग्रन्थि

Answer»

(c) अग्न्याशय

7066.

जिह्वा विभिन्न स्वाद ग्रहण करती है (a) जिह्वा के अग्र भाग से(b) जिह्वा के भिन्न-भिन्न भागों से(c) जिह्वा के पिछले भाग से(d) जिह्वा के मध्य भाग से

Answer»

(b) जिह्वा के भिन्न-भिन्न भागों से

7067.

तन्त्रिकाएँ कितने प्रकार की होती हैं?अथवातन्त्रिका तन्त्र के मुख्य भाग कौन-कौन से हैं?  

Answer»

तन्त्रिकाएँ मुख्यतः तीन प्रकार की होती हैं

1. संवेदी तन्त्रिका ये उद्दीपनों को केन्द्रीय तन्त्रिका तन्त्र तक पहुँचाती हैं।

2. प्रेरक या चालक तन्त्रिका ये मस्तिष्क या मेरुरज्जु से आदेश को सम्बन्धित कंकाल पेशी या ग्रन्थि तक पहुँचाती है।

3. मिश्रित तन्त्रिका ये उद्दीपन व प्रेरणा दोनों का संवहन करती हैं।

7068.

किस ग्रन्थि से स्रावित हॉर्मोन शरीर की उपापचय क्रियाओं का नियमन करता है?

Answer»

थायरॉइड ग्रन्थि से स्रावित हॉर्मोन शरीर की उपापचय क्रियाओं का नियमन करता है। शरीर में इसकी कमी से हृदय की गति धीमी, शरीर में सुस्ती, मस्तिष्क की कमजोरी आदि रोग हो जाते हैं।

7069.

शरीर में रुधिर शर्करा के स्तर को नियन्त्रित करने वाले सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण हॉर्मोन का नाम बताइए।  

Answer»

शरीर में रुधिर शर्करा के स्तर को नियन्त्रित करने वाला सबसे महत्त्वपूर्ण हॉर्मोन इन्सुलिन है।

7070.

कुटिया में राजभवन कविता का अँग्रेजी में भावार्थ लिखें।

Answer»

This is a poem by one of the foremost Hindi poets of the modern era, Maithilisharan Gupt.

When Sita was in exile with Lord Rama, she felt as if the forest and the hut in which they lived were like a palace. Sita says that her mind is at ease in the little hut as much as it would be in a large royal palace. Lord Rama himself is with her, and so is her brother-in-law Lakshman. The sages grant them their blessings and nothing compares to the wealth that the bountiful nature provides. One can see a deer and a lion drinking from the same river bank. Sita feels that there are only advantages in living in exile.

Sita says that she is not cared for by others and she takes care of herself, is independent and because of the hard work that is needed, her health is good. She fans herself with her own tresses. Her body feels like it is made of flowers.

Tender leaves welcome her, while her mind is inspired by the flowers and everyday branches bear fruits which are available to them. It is as if in every nook and corner, large hordes of pearls are glimmering. It is as if nature has given them her treasures.

Whoever said that their fate was sealed is wrong. Their fates are glimmering now, according to Sita. She feels like doing something; she is inspired. The forest itself is her household. Janaki herself has come in the form of a woman.

The branches are decorated with flowers and fruits. The green leaves are like plates. The daughters of the sages are like her friends. The waves of the river are like applause. All the raw materials and ingredients are available to her in the forest.

Therefore, she finds herself at home in the forest and in her hut as if it was a palace.

7071.

नाक में बाल क्यों होते हैं? 

Answer»

धूल के कणों एवं जीवाणुओं को रोकने के लिए नासागुहा की सतह पर छोटे-छोटे रोएँ (बाल) होते हैं।

7072.

निकट दृष्टि दोष से क्या आशय है?

Answer»

इस दोष में पास की वस्तुएँ स्पष्ट दिखाई देती हैं, किन्तु दूर की वस्तुएँ धुंधली दिखाई देती हैं। प्रतिबिम्ब रेटिना के आगे बनता है।

7073.

वर्णान्धता से क्या आशय है?  

Answer»

यह एक वंशानुगत रोग हैं। इस रोग से ग्रसित व्यक्तियों में विभिन्न रंगों (विशेषत: लाल एवं हरा रंग) को पहचाने की क्षमता नहीं होती है। इससे मुख्यतः पुरुष प्रभावित होता है। सामान्य रूप से इस दोष का निवारण नहीं हो | पाता है।

7074.

नेत्र की किस परत पर प्रतिबिम्ब का निर्माण होता है?

Answer»

नेत्र की सबसे भीतरी परत रेटिना पर प्रतिबिम्ब का निर्माण होता है।

7075.

प्रतिवर्ती क्रियाओं के महत्त्व को उदाहरण सहित समझाइए।  

Answer»

प्रतिवर्ती क्रियाओं का महत्त्व

प्रतिवर्ती क्रियाओं के महत्त्वे का संक्षिप्त विवरण निम्न है

1. प्रतिवर्ती क्रियाओं द्वारा विभिन्न बाह्य आक्रमणों एवं खतरों से हमारी रक्षा सुनिश्चित हो पाती है। उदाहरणतः किसी गर्म वस्तु पर हाथ पड़ जाने से एकदम से हाथ को वापस खींच लेना अथवा आँख के सामने अचानक किसी वस्तु के आ जाने से पलक का झपकना, जिससे आँखें सुरक्षित रहें।

2. कुछ आन्तरिक प्रतिवर्ती क्रियाएँ भी विशेष महत्त्व रखती हैं। ये क्रियाएँ शरीर | के लिए आवश्यक एवं उपयोगी क्रियाओं को पूरा करने में सहायक होती हैं। उदाहरणत: भोजन ग्रहण से पूर्व मुंह में लार का स्राव, भोजन के पाचन के लिए विशेष महत्त्व रखता है।

3. कुछ प्रतिवर्ती क्रियाएँ, परिवर्तनशील पर्यावरण के साथ अनुकूलन स्थापित करने में भी विशेष भूमिका निभाती हैं। उदाहरणत: अचानक वातावरण का | ताप बढ़ जाने पर, शरीर प्रतिवर्ती क्रिया द्वारा त्वचा से पसीने को निकालना , प्रारम्भ कर देता है तथा शरीर का ताप सामान्य बना रहता है।

7076.

युगरत्ना के सवालों के बारे में अपने विचार बताइए |

Answer»

तेरह वर्ष की लड़की युगरत्ना श्रीवास्तव ने जो सवाल संयुक्त राष्ट्र संघ के सामने पेश किया है उनका जवाब किसी के पास नहीं था । छोटे ही उम्र में पर्यावरण के प्रति, समुद्रों के प्रति, जंतु-जीवों के प्रति, पहाडों के प्रति, धरती के प्रति, जल राशियों के प्रति जो ज्ञान है वह प्रशंसनीय है। सोचनीय है | आचरणीय है।

7077.

बंगलादेश एक स्वतन्त्र राष्ट्र किस प्रकार बना?

Answer»

सन् 1971 से पहले बंगलादेश पूर्वी पाकिस्तान के रूप में पाकिस्तान का ही एक भाग था। पाकिस्तानी शासकों के तानाशाही रवैये के विरुद्ध बंगलादेश के लोगों ने आन्दोलन किया, जिसे पाकिस्तान सरकार ने दबाने का भरपूर प्रयास किया। पूर्वी पाकिस्तान के लोग भारत पलायन कर गए। भारत ने शरणार्थियों की समस्या से परेशान होकर पूर्वी पाकिस्तान के लोगों की आजादी का समर्थन किया। अन्तत: दिसम्बर 1971 में भारत-पाक के मध्य युद्ध में पाकिस्तान की पराजय हुई और बंगलादेश के रूप में एक नए राष्ट्र का उदय हुआ।

7078.

साफ्टा क्या है?

Answer»

साफ्टा का पूरा नाम है-दक्षिण एशिया मुक्त व्यापार क्षेत्र। दक्षेस के सदस्य देशों ने फरवरी 2004 में साफ्टा समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता 1 जनवरी, 2006 से प्रभावी हो गया है। इस समझौते के तहत दक्षेस देशों के बीच आपसी व्यापार में लगने वाले सीमा शुल्क को सन् 2007 तक 20 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य था।

7079.

उज्जयिनी की राजसभा कवि कालिदास का सम्मान किस तरह करना चाहती है ?

Answer»

उज्जयिनी की राज्यसभा का प्रत्येक व्यक्ति ‘ऋतुसंहार’ के लेखक कवि कालिदास को जानता है। सम्राट ने स्वयं ‘अतुसंहार’ पढ़ा है और उसकी प्रशंसा की है। इसलिए उज्जयिनी की राज्यसभा कवि कालिदास को राजकवि का सम्मान देकर उन्हें सम्मानित करना चाहती है।

7080.

माँ के रुष्ट होने के पीछे मल्लिका क्या अनुमान करती है ?

Answer»

मल्लिका कालिदास के साथ बरसात में बाहर गई थी। इसलिए वह बुरी तरह भीगकर घर लौटी थी। मल्लिका अनुमान करती है कि उसकी मां के रुष्ट होने का यही कारण है।

7081.

मल्लिका ने दन्तुल को हरिणशावक के लिए हठ न करने के लिए क्यों कहा ?

Answer»

दन्तुल कालिदास से घायल हरिण-शावक लेने पर अड़ा हुआ था। मल्लिका ने दन्तुल से कहा कि तुम्हारे लिए घायल हरिणशावक को पाना अधिकार का प्रश्न है, जबकि कालिदास के लिए उसे न देना संवेदना का प्रश्न है। अधिकार के प्रश्न से संवेदना का प्रश्न अधिक महत्त्वपूर्ण है। इसलिए मल्लिका ने दन्तुल को हरिण-शावक के लिए हठ न करने के लिए कहा।

7082.

दन्तुल कौन था ? वह मल्लिका के घर कैसे पहुँचा ?

Answer»

दन्तुल उज्जयिनी राज्य का राजपुरुष था। उसके बाण से एक हरिण-शावक घायल हुआ था। घायल हरिण-शावक अपनी जान बचाने के लिए कालिदास की गोद में आ गया था। कालिदास उसे लेकर मल्लिका के घर आ गए थे। रास्ते में हरिण-शावक के टपकते खून को देखते हुए राजपुरुष दन्तुल अपने शिकार को खोजते हुए मल्लिका के घर पहुंचा था।

7083.

अंत में दन्तुल ने कालिदास को कैसे पहचाना ?

Answer»

मल्लिका द्वारा परिचय पाकर दन्तुल ने कालिदास को पहचाना।

7084.

कालिदास दन्तुल को अपराधी न मानने के लिए क्या तर्क देता है ?

Answer»

राजपुरुष दन्तुल ने जिस क्षेत्र में हरिण-शावक का आखेट किया था, उस क्षेत्र में हरिणों का आखेट करना मना था। राजपुरुष दन्तुल बाहर से आया था, इसलिए उसे यहाँ के नियम की जानकारी नहीं थी। कालिदास दन्तुल को हरिण-शावक का आखेट करने के लिए अपराधी न मानने के लिए यह तर्क देते हैं।

7085.

हरिणशावक के लिए कालिदास और दन्तुल के बीच में हुए संवाद को अपने शब्दों में लिखिए ?

Answer»

राजपुरुष दन्तुल के बाण से आहत हरिण-शावक को अपनी बाहों में लेकर कालिदास मल्लिका के घर आता है। तभी हरिण-शावक के शरीर से टपकती हुई खून की बूंदों के सहारे राजपुरुष दन्तुल वहाँ पहुँचता है और कालिदास से हरिण-शावक की मांग करता है। इस बात को लेकर दोनों के बीच संवाद होता है।

दन्तुल कालिदास से कहता है कि वे उसके बाण से आहत हरिणशावक उठा लाए हैं। वह उसकी संपत्ति है। इसलिए वे उसकी संपत्ति लौटा दें। इसके जवाब में कालिदास कहते हैं कि जिस क्षेत्र में उसने हरिण-शावक पर बाण चलाया है, उस प्रदेश में हरिणों का आखेट नहीं होता। वह बाहर से आया है इसलिए उसे इस जुर्म के लिए अपराधी नहीं माना जा रहा है, यही क्या कम है। दन्तुल फिर कहता है कि अपराध का निर्णय क्या उन जैसे ग्रामीण करेंगे? वह राजपुरुषों के लंबे अधिकार की धौंस जमाता है और हरिण-शावक को अपनी संपत्ति बताते हुए दे देने के लिए कहता है। कालिदास कहते हैं कि हरिण-शावक पार्वत्य भूमि की संपत्ति है। इसके बाद कालिदास घायल हरिण-शावक को लेकर अपने घर रवाना हो जाते हैं।

7086.

कालिदास हरिणशावक को क्यों बचाना चाहते थे ?

Answer»

कालिदास एक संवेदनशील व्यक्ति थे। उनके हृदय में प्राणियों के प्रति बहुत प्यार था। वे उस पार्वत्य भूमि के निवासी थे, जहाँ लोग पशु-पक्षियों को अपनों में से, अर्थात् अपने मित्र मानते थे। कालिदास के क्षेत्र में हरिणों का आखेर अपराध माना जाता था। आहत हरिण-शावक को देखकर वे स्वयं आहत थे और उसे हर हालत में जीवित रखने का प्रयास कर रहे थे। उन्होंने राजपुरुष दन्तुल से स्पष्ट शब्दों में कह दिया था कि यह घायल हरिण-शावक उनकी पार्वत्य भूमि की संपत्ति है। वह यह.सोचकर भूल कर रहा है कि वे इसे उसे सौंप देंगे। इन पंक्तियों से प्राणियों के प्रति कालिदास के प्रगाढ़ प्रेम का पता चलता है। जिस व्यक्ति के मन में प्राणियों के प्रति इतना प्रेम हो, वह एक घायल हरिण-शावक की जान बचाना क्यों नहीं चाहेगा। मूक प्राणियों की रक्षा करना हर व्यक्ति का कर्तव्य है। इसलिए कालिदास हरिण-शावक की जान बचाना चाहते थे।

7087.

यदि बड़े और संसाधन सम्पन्न देश अमेरिकी वर्चस्व का प्रतिकार नहीं कर सकते तो यह मानना अव्यावहारिक है कि अपेक्षाकृत छोटी और कमजोर राज्येतर संस्थाएँ अमेरिकी वर्चस्व का कोई ‘प्रतिरोध कर पाएँगी। इस कथन की जाँच करें और अपनी राय बताएँ।

Answer»

हमारे विचार में यह कथन कि “यदि बड़े और संसाधन सम्पन्न देश अमेरिकी वर्चस्व का प्रतिकार नहीं कर सकते तो यह मानना अव्यावहारिक है कि अपेक्षाकृत छोटी और कमजोर राज्येतर संस्थाएँ, अमेरिकी वर्चस्व का कोई प्रतिरोध कर पाएँगी।” यह स्पष्ट हो चुका है कि अमेरिका विश्व का सर्वाधिक शक्तिशाली देश है।

(1) प्रथम खाड़ी युद्ध से यह बात जाहिर हो गई है कि बाकी देश सैन्य क्षमता के मामले में अमेरिका से बहुत पीछे हैं और इस मामले में प्रौद्योगिकी के धरातल पर अमेरिका बहुत आगे निकल गया है।
(2) वर्तमान में विश्व में सबसे बड़ा साम्यवादी देश चीन है। वहाँ पर भी अनेक क्षेत्रों में अलगाववाद, उदारीकरण, वैश्वीकरण के पक्ष में आवाज उठती रहती है और माहौल बनता रहता है। जब ब्रिटेन, भारत, रूस, फ्रांस और चीन जैसे देश अमेरिका को खुलकर चुनौती नहीं दें सकते तो छोटे-छोटे देशों की बिसात ही क्या है। यह अमेरिकी वर्चस्व का कोई प्रतिरोध नहीं कर पाएँगे। वास्तव में विकास की दर में पश्चिमी देशों की तुलना में न केवल रूस बल्कि अधिकांश पूर्वी देश भी पिछड़ चुके हैं।

7088.

दन्तुल ने हरिण-शावक को अपनी संपत्ति क्यों कहा?

Answer»

हरिण-शावक दन्तुल के बाणों से घायल हुआ था इसलिए दन्तुल ने उसे अपनी संपत्ति कहा।

7089.

उज्जयिनी की राज्यसभा का प्रत्येक व्यक्ति कालिदास को कैसे जानता था?

Answer»

उज्जयिनी की राज्यसभा का प्रत्येक व्यक्ति कालिदास को ‘ऋतुसंहार’ के कवि के कारण जानता था।

7090.

दन्तुल कालिदास तक कैसे पहुंचा?

Answer»

दन्तुल रक्तबिंदुओं का अनुसरण करके कालिदास तक पहुंचा था।

7091.

भारत-अमेरिकी समझौते से सम्बन्धित बहस के तीन अंश इस अध्याय में दिए गए हैं, इन्हें पढ़िए और किसी एक अंश को आधार मानकर पूरा भाषण तैयार करें जिसमें भारत-अमेरिकी सम्बन्ध के बारे में किसी एक रुख का समर्थन किया गया हो।

Answer»

भारत-अमेरिकी समझौते से सम्बन्धित बहस के तीन अंश निम्नलिखित हैं-

(1) भारत के जो विद्वान अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति को सैन्य शक्ति के सन्दर्भ में देखते समझते हैं, वे भारत और अमेरिका की बढ़ती हुई नजदीकी से भयभीत हैं। ऐसे विद्वान यही चाहेंगे कि भारत वाशिंगटन से अपना लगाव बनाए रखे और अपना ध्यान अपनी राष्ट्रीय शक्ति को बढ़ाने में लगाए।
(2) कुछ विद्वान मानते हैं कि भारत और अमेरिका के हितों में हेलमेल लगातार बढ़ रहा है और यह भारत के लिए ऐतिहासिक अवसर है। ये विद्वान एक ऐसी रणनीति अपनाने की तरफदारी करते हैं जिससे भारत अमेरिकी वर्चस्व का फायदा उठाए। वे चाहते हैं कि दोनों के आपसी हितों का मेल हो और भारत अपने लिए सबसे बढ़िया विकल्प ढूँढ़ सके। इन विद्वानों की राय है कि अमेरिका के विरोध की रणनीति व्यर्थ साबित होगी और आगे चलकर इससे भारत को नुकसान होगा।
(3) कुछ विद्वानों की राय के बीच परमाणु ऊर्जा के मुद्दे पर समझौता हुआ। भारत के प्रधानमन्त्री डॉ० मनमोहन सिंह और अन्य दो विपक्षी नेताओं के बीच लोकसभा में बहस हुई जिनके भाषण के अंशों के आधार पर उपर्युक्त तीनों अंशों की अलग-अलग वैचारिक स्थिति को निम्नलिखित रूप में वर्णित किया जा सकता है-

प्रथम-महोदय, मैं निवेदन करता हूँ कि वह भारत के प्रति विश्व की बदली हुई दशा को पहचाने। हमारे विचार में अमेरिका विश्व की एक महाशक्ति है। यह सही है कि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद भारत का झुकाव सोवियत संघ की तरफ रहा परन्तु सोवियत संघ ही नहीं रहा। अत: भारत ने अपनी विदेश नीति को अमेरिका की ओर बदला है। सन् 1991 में भारत ने नई आर्थिक नीति की घोषणा की। डॉ. मनमोहन सिंह उस समय कांग्रेस पार्टी की सरकार में वित्तमन्त्री थे। तब भी और आज भी सरकार यह मानती है कि शक्ति की राजनीति बीते दिनों की बात नहीं कही जा सकती है। अत: जो अवसर आए हैं उनका लाभ हमें उठाना चाहिए। हमें संयुक्त राज्य अमेरिका से अच्छे सम्बन्ध बनाने चाहिए।
द्वितीय-महोदय, स्वतन्त्रता के बाद से हम अपनी स्वतन्त्र विदेश नीति पर अमल करते आ रहे हैं। हमने अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेन्सी में मतदान के समय अमेरिका का पक्ष लिया और अमेरिका द्वारा लाए गए प्रस्तावों का समर्थन किया। हम पाकिस्तान के रास्ते ईरान से गैस लाना चाह रहे थे फिर भी हमने ईरान के विरोध में अमेरिका का पक्ष लिया। ऐसे में निश्चित रूप से हमारी विदेशी नीति कुप्रभावित होगी।
तृतीय-महोदय, हम इस सत्य तथ्य से आँखें नहीं मींच सकते कि अमेरिका एक-ध्रुवीय विश्व में एकमात्र महाशक्ति है। पर आज भारत भी विश्व में एक शक्ति बनकर उभर रहा है, हमें कूटनीति से काम लेते हुए अमेरिका से मधुर सम्बन्ध बनाए रखने चाहिए। अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति में देशों के मध्य न तो मित्रता महत्त्वपूर्ण होती है और न ही शत्रुता, राष्ट्रीय हित सबसे महत्त्वपूर्ण होते हैं। अत: भारत को अमेरिका के साथ मित्रतापूर्ण व्यवहार रखना चाहिए।

7092.

भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में क्या समझौते हुए?

Answer»

दोनों ही देश भारत और पाकिस्तान के मध्य स्वतन्त्रता से लेकर अब तक निरन्तर तनाव की स्थिति बनी रही है।

अगस्त 2011 में नई दिल्ली में दोनों देशों के बीच हुई वार्ता में निश्चित हुआ कि-
⦁    दोनों देश एक-दूसरे के कैदियों को छोड़ देंगे।
⦁    सीमा व्यापार बढ़ाने हेतु कश्मीर के दोनों भागों को सुविधाएँ प्रदान करेंगे।

7093.

“प्रौद्योगिकी आयाम तथा अमेरिका में बसे भारतीय अप्रवासी भारत-अमेरिका सम्बन्धों में महत्त्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं।” इस कथन के पक्ष में तर्क प्रस्तुत कीजिए।

Answer»

भारत-अमेरिकी सम्बन्धों में प्रौद्योगिकी का योगदान
भारत तथा संयुक्त राज्य अमेरिका के सम्बन्धों को मजबूत बनाने में प्रौद्योगिकी का महत्त्वपूर्ण स्थान रहा है। इस तथ्य के पक्ष में हम निम्नलिखित तर्क प्रस्तुत कर सकते हैं-
⦁    सॉफ्टवेयर क्षेत्र में कुल भारतीय निर्यात का 65 प्रतिशत भाग अकेले अमेरिका को जाता है।
⦁    दोनों देशों के मध्य नैनो टेक्नोलॉजी, जैव प्राविधिकी तथा प्रतिरक्षा साधन के द्विपक्षीय व्यापार पर सन् 2005 में सहमति हुई।
⦁    प्राकृतिक विज्ञान, अन्तरिक्ष, ऊर्जा, स्वास्थ्य तथा सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवीन अनुसन्धानों को प्रोत्साहित करने हेतु बौद्धिक सम्पदा अधिकारों के न्यायाचार पर भारत-अमेरिका की सहमति बनी है।
⦁    भारत-अमेरिका द्वारा उपग्रहों का निर्माण करके उन्हें अन्तरिक्ष में स्थापित किए जाने सम्बन्धी कार्य को मिल-जुलकर करने पर भी सहमति हुई। इस प्रयोजन हेतु वैज्ञानिकों का एक संयुक्त कार्यकारी समूह बनाया गया है।
⦁    भारत तथा अमेरिका के बीच मार्च 2006 में नाभिकीय ऊर्जा के क्षेत्र में परस्पर सहयोग करने सम्बन्धी एक समझौता हुआ। इस समझौते में भारत अपने बाईस ताप नाभिकीय संयन्त्रों में से चौदह संयन्त्रों को नागरिक ताप संयन्त्र घोषित कर चुका है अर्थात् इनका निजीकरण किया जा चुका है।
अमेरिका में निवास करने वाले भारतीय अप्रवासियों का योगदान भारत-अमेरिका सम्बन्धों को सुदृढ़ बनाने में अमेरिका में रहने वाले भारतीय अप्रवासियों का भी भारी योगदान रहा है। इस तथ्य के पक्ष में अग्रांकित तर्क प्रस्तुत किए जा सकते हैं-
⦁    लगभग तीन लाख भारतीय अमेरिका की सिलिकन वैली में कार्यरत हैं।
⦁    उच्च प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में 15 प्रतिशत कम्पनियों का श्रीगणेश अमेरिका में रहने वाले इन भारतीयों ने किया।
उपर्युक्त बिन्दुओं से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि अमेरिकी वर्चस्व के इस युग में भारत, अमेरिका के आन्तरिक एवं बाह्य दोनों में अपनी मजबूत पकड़ बनाए हुए है। लगभग समस्त अमेरिकी प्रौद्योगिकी उपक्रमों में कार्यरत भारतीय वैज्ञानिकों एवं अभियन्ताओं (इंजीनियरों) की संख्या 15 प्रतिशत से भी अधिक हैं। यहाँ यह उल्लेखनीय है कि इन सम्बन्धों के निर्वहन में भारत को एक साथ अनेक रणनीतियों (कूटनीति) की सहायता लेनी होगी। भारत विकासशील देशों का गठबन्धन बनाकर अमेरिका के साथ सम्बन्धों को शक्तिशाली करके स्वयं की प्रगति एवं विकास के नए द्वार खोल सकता है। विद्वानों का अभिमत है कि इससे भारत, अमेरिकी वर्चस्व को भविष्य में चुनौती देने की स्थिति में आ खड़ा होगा।

7094.

अमेरिका इकलौती महाशक्ति के रूप में कब तक कायम रहेगा? इसके बारे में आप क्या सोचते हैं?

Answer»

अमेरिका इकलौती महाशक्ति के रूप में तब तक कायम रहेगा जब तक कि उसे आर्थिक तथा सांस्कृतिक धरातल पर चुनौती नहीं मिलेगी। यह चुनौती स्वयंसेवी संगठन, सामाजिक आन्दोलन तथा जनमत के परस्पर सहयोग से प्रस्तुत होगी। मीडिया, बुद्धिजीवी, लेखक एवं कलाकार इत्यादि को अमेरिकी वर्चस्व के प्रतिरोध के लिए आगे आना होगा। ये एक विश्वव्यापी नेटवर्क बनाकर अमेरिकी नीतियों की आलोचना तथा प्रतिरोध कर सकते हैं।

7095.

कमालपाशा कौन थे?

Answer»

कमालपाशा तुर्की के राष्ट्रपति थे।

7096.

लेखक के अनुसार हमारे देश को किन दो बातों की आवश्यकता है?

Answer»

लेखक के अनुसार हमारे देश को शक्ति बोध और सौंदर्य बोध इन दो बातों की आवश्यकता है।

7097.

प्रथम खाड़ी युद्ध को कम्प्यूटर युद्ध’ क्यों कहा गया? अथवा प्रथम खाड़ी युद्ध को वीडियो गेमवार’ क्यों कहा जाता है?

Answer»

प्रथम खाड़ी युद्ध में संयुक्त राज्य अमेरिका ने बहुत ही उच्च तकनीक के स्मार्ट बमों का प्रयोग किया था। इसलिए इसे कुछ पर्यवेक्षकों ने ‘कम्प्यूटर युद्ध’ की संज्ञा दी। इस युद्ध का विभिन्न देशों के टेलीविजन पर व्यापक प्रसारण हुआ था इसलिए इसे वीडियो गेमवार’ भी कहा जाता है।

7098.

‘वर्चस्व’ जैसे भारी-भरकम शब्द का इस्तेमाल क्यों करें? हमारे शहर में इसके लिए ‘दादागीरी’ शब्द चलता है। क्या यह शब्द ज्यादा अच्छा नहीं रहेगा?

Answer»

‘दादागीरी’ का तात्पर्य सीमित अर्थों में लिया जाता है, जबकि वर्चस्व एक व्यापक अर्थों वाला शब्द है। राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक तथा सांस्कृतिक मामलों में अमेरिकी प्रभाव अथवा दबदबे के लिए वर्चस्व’ शब्द प्रयुक्त किया जाना अधिक अच्छा रहेगा।

7099.

मेरी वेश-भूषा ही इस बात का परिचय देती है कि मैं यहाँ का निवासी नहीं हूँ। – यह वाक्य कौन किस से कहता है ?(अ) कालिदास दन्तुल से(ब) दन्तुल कालिदास से(क) मल्लिका दन्तुल से(ड) दन्तुल मल्लिका से

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(ब) दन्तुल कालिदास से

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ब्रेटनवुड प्रणाली में वैश्विक व्यापार के नियम तय किए गए थे। क्या ये नियम अमेरिकी हितों के अनुकूल बनाए गए थे? ब्रेटनवुड प्रणाली के बारे में और जानकारी जुटाएँ।

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ब्रेटनवुड प्रणाली में वैश्विक व्यापार के नियम निर्धारित किए गए थे। इन नियमों को अमेरिकी हितो के अनुकूल बनाया गया था। प्रथम एवं द्वितीय विश्वयुद्धों के मध्य अन्तर्राष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए कुछ महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इसके द्वारा औद्योगिक विश्व में आर्थिक स्थिरता एवं पूर्ण रोजगार को बनाए रखा जाए। इस फ्रेमवर्क पर जुलाई 1944 में संयुक्त राज्य अमेरिका स्थित न्यू हैम्पशायर के ब्रेटनवुड्स नामक स्थान पर संयुक्त राष्ट्र मौद्रिक एवं वित्तीय सम्मेलन में सहमति बनी थी। सदस्य देशों के विदेश व्यापार में लाभ और घाटे से निपटने के लिए ब्रेटनवुड्स सम्मेलन में ही अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की स्थापना की गई। युद्धोत्तर पुनर्निर्माण के लिए धन की व्यवस्था करने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकास बैंक अर्थात् विश्व बैंक का गठन किया गया; इसलिए विश्व बैंक और अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष को ‘ब्रेटनवुड्स ट्विन’ भी कहा जाता है।